यूएस ओपन परंपराएं तोड़ती है। यह पहला मेजर (ग्रैंडस्लैम) टूर्नामेंट था जिसमें साल 1970 में पहली बार अंतिम सेट में टाईब्रेकर देखने में आया। 1973 में इसी टूर्नामेंट में पहली बार पुरुष और महिला खिलाड़ियों को समान पुरस्कार राशि मिलने की शुरुआत हुई थी। इस साल, पहली बार इसमें मैच के दौरान कोचिंग की सुविधा की शुरूआत हुई। यह बने-बनाए ढर्रों को अपने अंदाज में तोड़ता है; घास से बना यह कोर्ट सिर्फ पुरुष खिलाड़ी की जागीर नहीं है। जनवरी 2006 से लेकर अब तक, ऑस्ट्रेलियन ओपन, रोलां-गैरो (फ़्रेंच ओपन) और विंबलडन ने कुल मिलाकर सिर्फ पांच अलग-अलग विजेता देखे हैं। इसी दौरान, यूएस ओपन को 10 अलग-अलग विजेता मिले हैं। इस कड़ी में आखिरी नाम स्पेन के सनसनीखेज खिलाड़ी कार्लोस अल्कारेज का है जिन्होंने रविवार को नॉर्वे के कैस्पर रूड को हराकर न्यूयॉर्क का ताज अपने नाम किया। इस जीत ने 19 वर्षीय अल्कारेज को एटीपी रैंकिंग के शिखर पर पहुंचा दिया है। वह इस मुकाम पर पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। वर्ष 2005 में फ्रेंच ओपन जीतने वाले रफेल नडाल के बाद वह ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीतने वाले पहले किशोर (टीनएजर) भी बन गए हैं। इस खिताबी भिड़ंत के साथ अल्कारेज के इस नए सफर की शुरुआत मुश्किल भरी रही है। फाइनल मुकाबले से पहले, उन्होंने कोर्ट में 20 घंटे से ज्यादा समय तक पसीना बहाया और उन्हें तीन बार पांच सेट वाले मुश्किल मुकाबलों से गुजरना पड़ा। अपनी निरंतरता और कोर्ट पर दिखाने वाले साहस के लिए मशहूर रूड के पास इससे पहले भी मेजर फाइनल (2022 का फ्रेंच ओपन) का तजुर्बा था, लेकिन मई महीने में मैड्रिड मास्टर्स में रफेल नडाल और नोवाक जोकोविच को लगातार मुकाबलों में हराने के बाद फाइनल में अलैक्जैंडर जेवरेव को मात देने के वक्त जो जज्बा अल्कारेज ने दिखाया था, उसे उन्होंने बरकरार रखा।
अल्कारेज को हासिल फतह में परिस्थितियों की भी अपनी भूमिका थी। जोकोविच को उनकी विंबलडन जीत के लिए कोई अंक नहीं दिया गया और वैक्सीन नहीं लगाए होने की वजह से उन्हें अमेरिका नहीं आने दिया गया। इससे अल्कारेज की राह आसान हो गई। निश्चित तौर पर उन्होंने आला दर्जे की टेनिस खेली, लेकिन उनके समकालीनों ने भी खुद को उतना ही हुनरमंद साबित किया। यानिक सिनर के पास क्वार्टर-फाइनल के चौथे सेट में मैच पॉइंट था, लेकिन हाल के वर्षों में अल्कारेज जैसी खूबियां किसी और खिलाड़ी में नहीं दिखाई दीं- शॉट का चुनाव, तेवर और बड़े मैच में खुद पर पूरी तरह काबू पाने की क्षमता। अल्कारेज इन सारी खूबियों के पैकेज हैं। एक तरफ जहां स्पेन के इस खिलाड़ी ने पुरुष वर्ग में शीर्ष पद के लिए दुनिया के सामने नई चुनौती पेश की, वहीं महिला वर्ग में चीजें धीरे-धीरे स्थिर होती दिख रही हैं। फाइनल मुकाबलों में चोटी की दो खिलाड़ी पहुंची और ऊपरी क्रम की तस्वीर भी अब स्पष्ट होने लगी है। अप्रैल के पहले हफ्ते से निर्विवाद रूप से दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी इगा श्वानटेक ने अपना पहला यूएस ओपन जीता। वर्ष 2022 में फ्रेंच ओपन के बाद यह उनका दूसरा और कुल मिलाकर तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है। वहीं, ओन्ज जबुर ने लगातार दूसरे फाइनल में अपनी जगह बनाई। हालांकि, नाओमी ओसाका के पास ज्यादा ग्रैंड स्लैम (चार) खिताब है, लेकिन श्वानटेक ने कोर्ट के हर कोने पर जिस तरह का हैरतअंगेज कौशल दिखाया वह उन्हें चोटी पर पहुंचने का सबसे आदर्श दावेदार बनाता है। अब सेरेना विलियम्स संन्यास की तरफ बढ़ रही हैं और न्यूयॉर्क में तीसरे दौर में मिली शिकस्त, शायद उनका आखिरी मुकाबला साबित हो। ऐसा लग रहा है कि अब उन्होंने अंतिम रूप से मशाल किसी दूसरे के हाथ में थमा दिया है।
This editorial has been translated from English, which can be read here.
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